सरायकेला : नीमडीह के आंडा गांव में एलीफेंट ड्राइव के दौरान भागने के क्रम में कुएं में गिरे हाथी को 40 घंटे लगातार रेस्क्यू किए जाने के बाद भी बचाया नहीं जा सका. नीमड़ीह के आंडा गांव में बंगाल से एलीफेंट ड्राइव के दौरान भगाए गए हाथियों के झुंड में से बिछड़कर निकाला एक हाथी गांव से सटे जंगल के सूखे कुएं में देर रात जा गिरा था.
हाथी को बचाने के लिए गुरुवार की सुबह 8 बडे से ही रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा था. जेसीबी के सहारे कुएं के पास गड्ढा खोदकर गिरे हाथी को रस्सी के सहारे बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा था. हाथी को जबतक बाहर निकला जाता उसकी मौत हो चुकी थी.
30 फीट के कुंए में गिरा था हाथी
हाथी 30 फीट गहरे कुएं में गिर गया था. हाथी को काफी चोटें आने के कारण वह स्थिर हो गया था. अनुमान लगाया जा रहा है कि उसके एक पर पूरी तरह से चोटिल हो गया था. पैर को वह गुरुवार से ही नहीं हिला पा रहा था. नतीजतन उसकी मौत हो गई.
पशु चिकित्सक ने की जांच
घटना के बाद नीमड़ीह प्रखंड के पशु चिकित्सा डॉ विष्णु शरण महतो की ओर से घायल हाथी का इलाज किया गया. जांच के दौरान उन्होंने हाथी को मृत घोषित तक दिया. घटना के बाद से वन विभाग और ग्रामीण सदमे में हैं.