Jamshedpur : कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को लेकर तैयार 100 बेड वाले पोर्टेबल हेल्थ यूनिट में बीती रात जोरदार धमाका हुआ। इससे पूरे क्षेत्र में खलबली मच गई। बताया जा रहा है हवा के प्रेशर से पेस्टिंग खुलने के कारण उक्त घटना घटी। ट्रायल स्टेज होने के कारण यूनिट में अधिक हवा भरी गयी थी। एसी व लाइट लगातार जलाकर शॉट-सर्किट अथवा तार के गर्म होने का पता लगाया जा रहा था। पूरी तरह दुरुस्त होने के बाद ही यूनिट को हैंडओवर किया जाना था। हालांकि इस यूनिट का अभी उद्घाटन होना बाकी है, लेकिन उससे पूर्व ही दुर्घटना हो गई।
हो सकता था बड़ा हादसा, काटी गई बिजली
बता दें कि इसका निर्माण पीटी मेडिकल सॉल्यूशन के द्वारा किया है। घटना चौथी यूनिट के एक भाग में हुई। धमाके से 100 बेड के पोर्टेबल केयर यूनिट का एक हिस्सा गिर गया। हालाँकि यूनिट पूरी तरह बनकर तैयार है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार एक-एक कर हुए तीन जोरदार धमाके की आवाज बम फटने की तरह थी। घटना स्थल पहुचने पर पोर्टेबल केयर की चौथी यूनिट के पिछले हिस्से से हवा निकलने से आवाज आने की जानकारी मिली। उससे जुड़ा ढांचा भी गिर गया था। इस घटना में एसी, लाइट व बेड भी क्षतिग्रस्त हो गए है। अगर अस्पताल में कोई मरीज होता, तो बड़ा हादसा हो सकता था। घटना के बाद फिलहाल अस्पताल के कर्मचारियों ने यूनिट की बिजली काट दी।
ब्लास्ट किए यूनिट को हटाया गया
एमजीएम अस्पताल के क्षतिग्रस्त पोर्टेबल केयर यूनिट को शनिवार की सुबह उसे खोलकर हटा दिया गया। इस संबंध में क्या कार्रवाई होगी, यह पूछे जाने पर अस्पताल अधीक्षक डॉ अरूण कुमार ने कहा कि कोविड वार्ड हैंडओवर नहीं लिया गया है। इसलिए इस संबंध में वे कुछ नहीं कर सकते हैं। ज्ञात हो कि अमेरिकन इंडियन फाउंडेशन के फंड से बनाया गया है। सूत्रों के अनुसार इस घटना से लाखों रुपए का नुकसान हुआ है।