जमशेदपुर : MGM अस्पताल में मानगो गौड़बस्ती निवासी बबलू सिंह की नौ वर्षीय पुत्री राधिका की इलाज के क्रम में मौत हो गई। इस घटना के बाद परिजनों ने डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए लगभग दो घंटे तक जमकर बवाल काटा। हंगामे के बीच दौरे पर निकले एमजीएम अस्पताल अधीक्षक डॉ अरुण कुमार भी वहां पहुंच गए। उन्होंने परिजनों से मामले के सम्बन्ध में जानकारी लेनी चाही, परन्तु आक्रोशित परिजन उनसे ही उलझ गए और अभद्र व्यवहार करने लगे। इसके बाद वहां मौजूद होमगार्ड के जवानों ने मृतका के पिता बबलू सिंह की पिटाई कर दी, जिसके बाद मामला और बिगड़ गया। घटना की सूचना मिलते ही कई जनप्रतिनिधि भी मौके पर पहुंच गए और होमगार्ड जवानों द्वारा किये गए व्यवहार पर आपत्ति जताई।
धरने पर बैठ जताया विरोध सभी बब्लू सिंह की पिटाई के विरोध में एमजीएम अधीक्षक के कार्यालय के समक्ष ही धरना पर बैठ गए। परिजनों ने बताया कि बुधवार को साइकिल चलाने के क्रम में राधिका गिर गई थी। जिसके बाद उसे पेट में चोट आई थी। उसे तत्काल एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने मामला को गंभीर बताते हुए ऑपरेशन भी किया। शुक्रवार की सुबह अचानक उसकी तबीयत बिगड़ने लगी और देखते ही देखते उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि तबियत बिगड़ने पर उनलोगों ने इसकी जानकारी वहां मौजूद डॉक्टरों और नर्स को दी, लेकिन उसे देखने तक नहीं आया। उनकी लापरवाही के कारण ही बच्ची की मौत हो गई। हालाँकि बाद में अधीक्षक के आश्वासन के बाद मामला शांत हो सका। इधर, मौके पर पहुंचे कुछ भाजपाई और कांग्रेसी भी इस मुद्दे को लेकर आपस में उलझते दिखाई दिए। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला ख़त्म हुआ।