सरायकेला : ईचागढ़ क्षेत्र मे हाथीयों का उत्पात थमने का नाम नही ले रहा है। शाम होते ही हाथीयों के झुंड जंगल से निकलकर पिलीद, दिरीडारी आदि गांवों में घुंसकर खलीहानों मे धानों ,खेतों मे लगे फसलों एवं घरों को क्षतिग्रस्त कर रहे है। शनिवार रात भर वन विभाग की टीम ने मशाल, पटाखे के सहारे हाथीयों को भगाया। वहीं रविवार की अहले सुबह करीब 5 बजे उत्क्रमित मध्य विद्यालय बामुनडीह का कार्यालय का दरवाजा तोड़कर हाथीयों ने उसमें रखे पांच बोरा मीड डे मील के चावलों को चट कर गए। गोविन्दपुर गांव के दिनेश महतो तथा शिकारी महतो के खलीहान मे रखे धानों को भी हाथियों ने नहीं छोड़ा, उन्हें भी खा गए। हाथीयों के आतंक से घरों व खलीहानों मे रखे धानों को बचाने के लिए खीरी गांव में एक छत के ऊपर पुआल से बने तंबु बनाकर 8-10 ग्रामीण मशाल ,पटाखा लेकर रात जगा कर पहरेदारी कर रहे हैं। परन्तु हाथीयों का उत्पात बदस्तूर जारी है। प्रखण्ड उप प्रमुख बीरसिंह मुण्डा ने वन विभाग से हाथीयों का स्थाई समाधान करने की मांग की है।