पोटका : झारखंड आंदोलनकारियों की एक बैठक धीरोल पंचायत भवन में आयोजित की गई, जिसमें पोटका के जितने भी झारखंड आंदोलनकारी थे. सभी ने मिलकर एक झारखंड आंदोलनकारी कमेटी का गठन किया. कमेटी का गठन करने का मुख्य उद्देश्य की झारखंड आंदोलन के दौरान जो लोग जेल में रहे. उन्हें सरकार द्वारा सम्मान दिया गया और पेंशन दी जा रही है. मगर वैसे लोग जो लोग झारखंड आंदोलनकारी रहे, जेल नहीं गए. उन्हें सम्मान नहीं मिल पाया. झारखंड आंदोलनकारियों ने ऐसे 118 लोगों की सूची तैयार की है, जिन्होंने अपना जवानी झारखंड को अलग करने में लगाया. आज उन्हें ना तो सम्मान मिल रहा है और ना ही पेंशन दी जा रही है.
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शोषण बर्दाश्त नहीं करेंगे
वहीं झारखंड आंदोलनकारी तपन दास ने कहा कि झारखंड आंदोलन में सभी का आंदोलन सभी का योगदान रहा है. इसलिए सभी को सम्मान मिलना चाहिए. आज पदाधिकारी किसानों के जमीन का ऑनलाइन करने में बरसों लगा रहे हैं. झारखंड आंदोलनकारी बर्दाश्त नहीं करेंगे. हम सब इसलिए झारखंड को अलग नहीं किए कि हमें आज भी शोषण का शिकार होना पड़े. आज हम लोग फिर से वही जोश के साथ आंदोलन करने को तैयार हैं. अब्दुर कार्यों की अध्यक्ष कमेटी का गठन किया गया जिसमें मुख्य सलाहकार फकी चंद्रभागा, अध्यक्ष रंजीत बारी, सुबल चंद्र भगत, सुकूर मणि सोरेन, नंदलाल सरदार, लक्ष्मी, लक्ष्मी प्रिया हांसदा, प्रयाग भूषण प्रमाणिक, मंगल गोप, शिवचरण टुडू तथा टीकाराम सोरेन को कोषाध्यक्ष बनाया गया है.
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