जमशेदपुर : कदमा थाना क्षेत्र के मेरिन ड्राइव बागे बस्ती की रहने वाली एक नाबालिग लड़की ने जब छेड़खानी की घटना का विरोध किया, तब आरोपी बदमाश ने अपने साथियों के साथ घर में घुसकर परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट की। घटना के बाद जब मामला थाने तक पहुंचा, तब पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ लिया था, लेकिन दूसरे दिन ही उसे छोड़ दिया गया। अब परिवार के लोगों को धमकी मिलने लगी है। घटना के बाद से परिवार के लोग भयभीत हैं और नाबालिग ने भी ट्यूशन जाना बंद कर दिया है। वहीं दूसरी ओर बिरसानगर की एक महिला समिति ने भी नाबालिग के घर में जाकर धमकी दी है।
ट्यूशन जाते समय रास्ते में करता था छेड़खानी
नाबालिग जब घर से निकलकर ट्यूशन पढ़ने के लिए जाती थी, तब आरोपी अभिषेक लोहार उसके साथ रास्तेमें छेड़खानी करता था। वह नाबालिग को यह धमकी देता था कि अगर वह अपने घर में बताएगी, तब वह घर में घुसकर परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट करेगा।
एक सप्ताह बाद घर में दी जानकारी
घटना के एक सप्ताह के बाद नाबालिग ने अपने घर में घटना की जानकारी दी। उसने बताया कि बस्ती का रहने वाला अभिषेक ही है जो छेड़खानी करता है। इसके बाद नाबालिग का भाई ने फोन पर उससे पूछा तब उसने उसे भी धमकी दी और कहा कि घर में घुसकर मारेंगे।
दूसरे दिन घर में घुसकर की मारपीट
घटना के बाद ठीक दूसरे दिन शनिवार को अभिषेक अपने साथ गांधी लोहार, माली लोहार, सुंदरा लोहार, बिहारी, परदेश लोहार, इंद्रजीत लोहार, बुचेन लोहार आदि को लेकर नाबालिग के घर रात के 8 बजे पहुंचा और सभी सदस्यों के साथ मारपीट की।
शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार, छोड़ा
घटना की शिकायत करने पर कदमा पुलिस सक्रिय हुई थी और एक आरोपी अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन पुुलिस ने उसे दूसरे दिन ही छोड़ दिया। तब कदमा के थानेदार रंजीत कुमार थे।
रविवार को बिरसानगर की महिला समिति ने दी धमकी
रंजीत को छोड़े के बाद ठीक रविवार को बिरसानगर की एक महिला समिति नाबालिग के घर पर पहुंची और कहा कि रंजीत कितना दिन जेल में रहेगा। वापस आने के बाद वह एसिड फेकवा देगी। इस घटना के बाद से परिवार के सदस्य काफी डरे-सहमे से हैं। परिवार के लोगों ने नाबालिग को ट्यूशन जाने से भी मना कर दिया है।
नए थानेदार ने कहा कि कार्रवाई करेंगे
घटना की जानकारी मिलने के बाद नए थानेदार ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का काम किया जाएगा। ईलाके में किसी को गुंडागर्दी नहीं करने दिया जाएगा। पुलिस भुक्तभोगी के साथ है।