रांची : झारखंड बंद के दूसरे दिन ग्रामीण क्षेत्रों में इसका प्रभाव देखा गया. शहरी को छोड़कर बंद समर्थक रविवार को ग्रामीण क्षेत्रों में कूच कर गये और दुकानों को बंद कराने के साथ-साथ सड़कों पर भी कुछ देर के लिये बैठ गये. हालाकि इस दौरान बंद को लेकर किसी तरह की परेशानी नहीं हुयी. जिस तरफ से बंद समर्थक गुजर रहे थे उस तरफ दुकानों के सटर गिर रहे थे.
छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो समेत भारी संख्या में बंद समर्थक ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों पर उतर गये थे. दुकानों को बंद कराया. झारखंड का लाइफ लाइन एनएच 33, रांची जिला, बुंडू टोल प्लाजा आदि क्षेत्रों में बंद समर्थकों ने जाम कर दिया. इस दौरान वाहनों की लंबी कतार लग गयी थी. इसके अलावा राहे, बुंडू, सिल्ली, सोनाहातू, कांके में बंद समर्थकों ने हाथों में बांस-बल्ली लेकर विरोध-प्रदर्शन किया.
क्या हैं मांगें
छात्रों की एक ही मांग है झारखंड की हेमंत सरकार 60-40 नियोजन नीति को रद्द कर झारखंडीयों के हित में 1932 खतियान आधारित नियोजन नीति लागू करें. इसके बाद ही यहां के छात्रों के हितों की रक्षा हो सकती है.