जमशेदपुर : टाटानगर रेलवे स्टेशन में 4 अप्रैल की शाम ओवरहेड इलेक्ट्रिक वायर (OHE) की चपेट में आकर झुलसे 17 वर्षीय किशोर की सोमवार रात मौत हो गई. पुलिस ने मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया. घटना से परिवार में मातम पसरा हुआ है.
मृतक की उलीडीह शंकोसाई का रहने वाला था. उसकी मां ने बताया कि उनका बेटा चाईबासा रिमांड होम में मारपीट के एक मामले में बंद था और वह 1 अप्रैल को वहां से भाग निकला था. मां के मुताबिक, घटना के दिन सोनू टाटानगर स्टेशन पहुंचा था, जहां उसे संदेह में कुछ लोग खदेड़ने लगे. उनसे बचने के लिए वह प्लेटफॉर्म संख्या तीन और चार के बीच खड़ी एक मालगाड़ी पर चढ़ गया, इसी दौरान वह ओवरहेड वायर को छू बैठा और तेज धमाके के साथ बुरी तरह झुलस गया.
गंभीर हालत में उसे पहले रेलवे अस्पताल और फिर एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि लोग उसे क्यों दौड़ा रहे थे. मृतक चार भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर था. किशोर की मौत के बाद से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. यह घटना न सिर्फ एक किशोर की त्रासदीपूर्ण मौत की कहानी है, बल्कि रिमांड होम की सुरक्षा व्यवस्था और रेलवे स्टेशन की निगरानी प्रणाली पर भी सवाल खड़े करती है.