ईचागढ़ : सरायकेला-खरसावां जिला के ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र के कुटाम, चोगाटांड़ , सालुकडीह आदि जगहों पर 40 हाथियों का झुंड लगातार उत्पात मचाते हुए खेत में लगे धानों को रौंद कर नष्ट कर रहा था. हाथियों के झुंड ने करीब दो सप्ताह से लोगों की रातों का निंद हराम कर रखा था. रोज-रोज हाथियों का उत्पात से क्षेत्र में दहशत का माहौल था. हाथियों ने किसानों के खेतों में पके धान को रोज रात को निवाला बना रहे थे. हाथियों से तंग आकर ग्रामीण किसानों ने एकजुटता का परिचय देते हुए सामुहिक प्रयास से 40 हाथियों के झुंड को कल रात क्षेत्र से भगाने का प्रयास किया.
जागरूक हो गए हैं सालुकडीह व चोगाटांड़ के ग्रामीण
सालुकडीह व चोगाटांड़ के ग्रामीणों ने वन विभाग का काम कर दिखाया. इस काम के लिए वन विभाग भी हार मान चुका था. चोगाटाड़ और सालुकडीह के ग्रामीणों ने मशाल व पटाखे के सहारे घेरकर हाथियों के झुंड को खरसावां कि ओर भगा दिया. जहां वन विभाग की टीम द्वारा हाथियों को सारंडा जंगल की तरफ भगाया गया. हाथियों का बड़ा झुंड क्षेत्र से भगाने पर क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली है.
किसान नहीं जा पा रहे थे खेत
बताया जा रहा है कि सुबह से शाम तक लोग अपने खेतों में धान काटने के लिए भी नहीं जा पा रहे थे. आस-पास के जंगल झाड़ियों में हाथियों का झुंड विचरण कर रहे थे. किसान अपने खेतों में भी जाने से कतराते थे. हाथियों का झुंड को भगाएं जाने से धान कटनी के एन मौके पर लोगों ने सामूहिक प्रयास से हाथियों को भगा दिया है.