भोपाल : मोबाइल पर जल्दबाजी में पैसा कमाने का झांसा देकर मैसेज भेजा जाता है और उस मैसेज के चक्कर में लोग पड़ जाते हैं. मैसेज क्लिक करने के बाद लोग उसके हिसाब से ही सबकुछ क्लिक करने लगते हैं. जब वे अपना सारा पैसा गंवा देते हैं तब उनकी आंख खुलती है कि गलत मैसेज को क्लिक किया था और उसका पीछा किया था. इस तरह की छोटी सी गलती कर लोग अपना पूरा परिवार ही गंवा देते हैं. इस तरह की घटना सिर्फ भोपाल में ही नहीं हुई है बल्कि देश के कोने-कोने में इस तरह की घटनायें घट रही है. लोग इसके शिकार भी हो रहे हैं.
मोबाइल पर मैसेज भेजकर घर बैठे पैसा कमाने का झांसा देना एक तरह से साइबर फ्रॉड ही है. इसके चक्कर में पढ़े-लिखे लोग ही फसते हैं. डिटिजल समय में सभी को जल्दबाजी है. जल्द पैसा कमाना है. जल्द मकान बनाना है. जरूरत की सामानों को जल्द ही खरीद लेना है. कल के लिये किसके पास समय है.
कल के लिये टूट गया है सब्र का बांध
बदलते समय में लोग सबकुछ आज ही कर लेना चाहते हैं. कल के लिये किसी के पास समय नहीं है. जो भी करना है आज ही कर लेना है. अगर मोबाइल पर गलत मैसेज भी आया तो मैसेज खोलकर पढ़ने के साथ-साथ लिंक पर भी लोग क्लिक कर रहे हैं और जंजाल भी खुद ही ले रहे हैं.
भूपेंद्र ने भी की थी कुछ इस तरह की गलती
भोपाल के रहनेवाले भूपेंद्र विश्वकर्मा ने भी कुछ इसी तरह की गलती की थी. इसका खामियाजा उन्हें ही नहीं बल्कि भरा-पूरा परिवार को ही भुगतना पड़ा है. भूपेंद्र ने अपनी पत्नी रितु विश्वकर्मा, 8 साल का बेटा रितुराज और 3 साल का बेटा ऋषिराज को खो दिया है. इसी तरह के मैसेज के झांसे में आकर भूपेंद्र ने पहले तो अपने दोनों बेटों को जहर खिलाकर मार दिया. इसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पूरे मामले का खुलासा भूपेंद्र ने सुसाइडल नोट में किया था.