पश्चिमी सिंहभूम : नक्सलियों की ओर से गुरुवार की रात टाटा-इतवारी (18113) एक्सप्रेस ट्रेन को उड़ाने की योजना बनाई गई थी, लेकिन यह योजना विफल हो गई. उसके पहले ही ट्रेन रवाना हो गई थी. जब ट्रेन महादेवशाल और पोसैता स्टेशन को पार कर रही थी, तब वहां पर बैनर और पोस्टर भी रेलवे ट्रैक पर लगाया गया था. इसकी अनदेखी कर चालक ने ट्रेन को आगे बढ़ाया.
नक्सलियों की ओर से रेलवे ट्रैक ही उड़ाया गया है. अगर टाटा-इतवारी एक्सप्रेस इसका शिकार होती तब जान-माल की भी बड़ी क्षति हो सकती थी. गनिमत है ऐसा कुछ नहीं हुआ.
रात 11.14 बजे किया विष्फोट
महादेवशाल और पोसैता स्टेशन के बीच नक्सलियों की ओर से गुरूवार की रात 11.14 बजे थर्ड लाइन को उड़ा दिया गया. नक्सलियों ने केवल एक जगह नहीं बल्कि रेल मंडल के खनन बहुल क्षेत्र रांगरा और तोपाडीह रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे पोल संख्या 482/16 पर भी इसी तरह नक्सली पोस्टर बैनर लगाया था. ट्रेन चालक ने इसकी सूचना रेलवे कंट्रोल को दी थी.
बंडामुंडा-करमपदा रेलखंड पर नहीं चली ट्रेनें
रेलवे की ओर से बंडामुंडा-करमपदा रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया था. इसके बाद शुक्रवार की सुबह रेलवे कर्मचारियों के द्वारा नक्सल प्रभावित इलाकों में रेलवे ट्रैक की जांच करने के बाद सुबह करीब दस बजे इस रूट पर ट्रेनों का परिचालन पुनः शुरू किया गया.
रेलवे बोर्ड अधिकारियों ने की ऑनलाइन मीटिंग
घटना के बाद रेलवे बोर्ड के वरीय रेल अधिकारियों ने जोनल और मंडल स्तर पर ऑनलाइन बैठक की. बैठक में ट्रेन परिचालन को सुरक्षित करने को लेकर मंथन किया गया है.