जामताड़ा।
आम आदमी से लेकर व्यवसायी, नेता, मंत्री, पुलिस पदाधिकारी और न्यायायिक पदाधिकारी तक जामताड़ा के साइबर अपराधियों का शिकार हो चुके है। इस बार साइबर अपराधियों ने धरती के भगवान कहे जाने वाले चिकित्सक को अपना शिकार बनाया है। रांची के रिटायर्ड चिकित्सक डॉ अजय कुमार गुप्ता को साइबर अपराधियों ने बिजली बिल जमा नहीं करने तथा बिजली कनेक्शन काटने के नाम पर मैसेज देकर 3लाख 25 हजार रुपए खाते से उड़ा दिए। जिसे लेकर पीड़ित के आवेदन पर रांची साइबर थाना में कांड संख्या 19/22 दर्ज की जा चुकी है। मामले में तीन शातिर साइबर अपराधियों को बीती रात जामताड़ा साइबर थाना पुलिस ने धर दबोचा है। पूरे मामले का खुलासा गुरूवार को साइबर डीएसपी मंजरूल होदा ने साइबर थाना में प्रेस कांफ्रेंस कर किया। उन्होंने बताया कि एसपी को साइबर अपराधियों के करमाटांड़ थाना क्षेत्र में जमा होकर ठगी किए जाने की गुप्त सूचना मिली थी। जिसके आधार पर साइबर थाना पुलिस इंस्पेक्टर विश्वनाथ सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई। जिसमें पुलिस इंस्पेक्टर अजय कुमार पंजिकार, इंस्पेक्टर संजय कुमार एवं पुलिस कर्मियों को शामिल कर करमाटांड़ थाना क्षेत्र के दुधानी तथा काशीटांड़ गांव में छापेमारी करवाई गई। जिसमें 3 शातिर साइबर अपराधी को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता हाथ लगी। छापेमारी में दिनेश मंडल एवं राजेश मंडल को करमाटांड़ थाना क्षेत्र के दुधानी गांव तथा कंचन मंडल को काशीटांड़ गांव से गिरफ्तार किया गया है। तीनों अपराधियों के विरूद्ध साइबर थाना में कांड संख्या 37/22 दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। गिरफ्तार अपराधियों के पास से 10 मोबाइल फोन, 14 सिम कार्ड, दो एटीएम कार्ड तथा दो पासबुक बरामद किया गया है।
डॉक्टर से की गई ठगी का बरामद मोबाइल में मिला साक्ष्य:
गिरफ्तारी के बाद इन अपराधियों के मोबाइल खंगालने पर डॉक्टर से ठगी किए जाने की पुष्टि हो गई है। बता दें कि इन साइबर अपराधियों ने बिजली बिल जमा नहीं करने पर बिजली का कनेक्शन काटने का मैसेज देकर ठगी किया गया था। इस मामले में रांची साइबर थाना इंस्पेक्टर सरिता कच्छप अपनी टीम के साथ जामताड़ा साइबर थाना पहुंच चुकी है। उन्होंने बताया कि डॉ गुप्ता के शिकायत पर रांची साइबर थाना में कांड संख्या 19/22 दर्ज की जा चुकी है। रांची में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार 21 जून 2022 को साइबर अपराधियों ने डॉक्टर गुप्ता को ठगी का शिकार बनाया था। वहीं पुलिस सभी जप्त मोबाइलों को खंगालने में जुट गई है।
दो साइबर अपराधी का है पुराना आपराधिक रिकॉर्ड:
गिरफ्तार साइबर अपराधी दिनेश मंडल और राजेश मंडल का पुराना आपराधिक इतिहास है। दोनों पूर्व में साइबर अपराध के मामले में जेल जा चुका है। दिनेश मंडल पूर्व में वर्ष 2015 में करमाटांड़ थाना कांड संख्या 160/15 तथा वर्ष 2019 में साइबर थाना जामताड़ा कांड संख्या 22/19 में जेल जा चुका है। वहीं राजेश मंडल वर्ष 2015 में करमाटांड थाना कांड संख्या 160/15 में जेल जा चुका है। सभी मामले साइबर अपराध के थे।