JHARKHAND POLITICS :झारखंड भाजपा के आधा दर्जन सांसदों का लोकसभा चुनाव- 2024 के समय टिकट कटने की पूरी संभावना व्यक्त की जा रही है. इसमें से कुछ सांसद ऐसे हैं जिनके लिए उम्र सीमा आड़े आ रही है. उनकी जगह पर दूसरे नेता अपने लिए टिकट हथियाने की पूरी कोशिश में लगे हुए हैं. चुनाव को देखते हुए जहां सांसदों ने फिल्डिंग करनी शुरू कर दी है वहीं नए नेता भी अपने स्तर से जुगत लग रहे हैं.
बताया जा रहा है कि सेफ जोन में खूंटी सांसद अर्जुन मुंडा, जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो, दुमका सांसद सुनील सोरेन, कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी, गोड्डा सांसद निशिकांत दूबे और हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा शामिल हैं.
इनपर लटक रही है तलवार
लोहरदगा सांसद सुदर्शन भगत, चतरा सांसद सुनील कुमार सिंह, रांची सांसद संजय सेठ, धनबाद के सांसद पीएन सिंह और पलामू के सांसद बीडी राम शामिल हैं.
बीडी राम और पीएन सिंह पर लटक रही उम्र सीमा की तलवार
भाजपा की ओर से पहले से ही यह नियम बनाया गया है कि 75 साल के नेता को टिकट नहीं दिया जाएगा. इसमें बीडी राम की बात करें तो उनकी उम्र 73 साल पूरी हो चुकी है. इसी तरह से पीएन सिंह साढ़े 74 साल के हो गए हैं. भाजपा की उम्र सीमा डेडलाइन के हिसाब से ऐसे में दोनों की टिकट पहले ही कट चुकी है.
लोहरदगा से आशा लकड़ा को मिल सकती है टिकट
लोहरदगा सांसद सुदर्शन भगत ने जब पहली बार जीत हासिल की थी, तब उन्हें केंद्र में मंत्री बनाया गया था. दूसरे पारी खेलते हुए वे 2019 में अलग-थलग पड़ गए. अब लोहरदगा से आशा लकड़ा रेस में सबसे आगे चल रही हैं. 2019 के चुनाव में रामटहल चौधरी की टिकट काटकर संजय सेठ को टिकट दिया गया था. सुनील कुमार की बात करें तो वे दो बार चतरा से सांसद रहे हैं. उनकी टिकट पर भी तलवार लटक रही है.