जमशेदपुर : बागबेड़ा ईलाके की रहने वाली शिखा कुमारी उर्फ वर्षा (22) ने सूसराल वालों की प्रताड़ना से तंग आकर रविवार को फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मायका पक्ष को रविवार की आधी रात को मकान मालिक से जबतक घटना की जानकारी मिलती उसके पहले ही शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था। घटना के बाद पुलिस ने जांच के क्रम में पति के अलावा सास और ननद को गिरफ्तार कर लिया है।
सुसाइडल नोट पुलिस ने किया बरामद
घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची गोलमुरी पुलिस ने महिला के पास से एक सुसाइडल नोट भी बरामद किया है। ननद के नाम पर सुसाइडल नोट में लिखा है कि अब वह उसकी सात माह के बच्चे को वह संभाले। वह आत्महत्या कर रही है।
मृतका के भाई ने कहा कि शरीर पर हैं चोट के निशान
मृतका का भाई ऋषिकेश तिवारी का कहना है कि बहन के साथ पहले मारपीट की गई थी। उसके शरीर पर कई जगहों पर चोट के निशान भी देखे गए हैं। इसके बाद उसे फंदे पर लटकाया गया था।
दहेज के लिए कर रहे थे प्रताड़ित
वर्ष 2018 में ऋषिकेश ने अपने माता-पिता के नहीं मामने पर भी शिखा के साथ प्रेम विवाह किया था। शादी के बाद से ही ससूराल वाले दहेज के रूप में मोटी रकम की मांग कर रहे थे। दहेज लाकर नहीं देने के कारण ही एक साल के बाद शिखा अपने मायका बागबेड़ा में आकर रहने लगी थी।
मनाकर ले गए थे ससूराल वाले
जब शिखा अपने मायका में रह रही थी, तब ससूराल वाले घर पर आए थे और कहा था कि अब वे दहेज की मांग नहीं करेंगे और अच्छा से रखेंगे। बावजूद ससूराल में उसे कुछ दिनों के बाद से फिर से पहले जैसा ही प्रताड़ित किया जाने लगा था।