चक्रधरपुर : पश्चिमी सिंहभूम जिले के टोकलो थाना प्रभारी परमेश्वर उरांव पर डेढ़ लाख रिश्वत देने से मना करने पर 74 साल के बूढ़े आदिवासी के साथ क्रूरता पूर्वक मारपीट करने और थाना के मुंशी ईश्वर खान पर जाति सूचक गाली देने का आरोप लगा है. पुलिस की कार्रवाई से एक और जहां क्षेत्र के मानकी और मुंडा आक्रोशित हैं वहीं दूसरी ओर जनजातीय समुदाय के नेता भी आक्रामक हैं. पुलिस की मारपीट से घायल 74 साल के बुजुर्ग नंदूराम सामड का चक्रधरपुर के अनुमंडल अस्पताल में इलाज चल रहा है.
रैयती जमीन को विवादित बताया
पीड़ित नंदूराम सामड टोकलो थाना के बाघमारा गांव के निवासी हैं. वे ग्रामीण मुंडा भी हैं. मुंडा के साथ पुलिस द्वारा की गई क्रूर करवाई से क्षेत्र के मुंडा काफी आक्रोशित हैं. पीड़ित मुंडा की बेटी ने बताया कि वह अपनी जमीन पर झारखंड सरकार द्वारा स्वीकृत आबुआ आवास का निर्माण करा रहे हैं. वह उनकी अपनी जमीन है. थाना प्रभारी जमीन को विवादित बताते हुए निर्माण कार्य करने के बदले में डेढ़ लाख रुपए की मांग करने लगे. इतनी बड़ी रकम देने में सक्षम नहीं होने की बात कहे जाने पर रविवार की सुबह उनके पिता के साथ बेरहमी से मारपीट की गयी.
22 सितंबर की है घटना
घायल नंदूराम सामड को ईलाज के लिए चक्रधरपुर के अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल में ईलाजरत नंदूराम सामड ने बताया कि वह बाघमारा गांव का रहने वाला है. 22 सितंबर की सुबह लगभग आठ बजे टोकलो थाना प्रभारी परमेश्वर उरांव, थाना के मुंशी ईश्वर खान ने उसे जातिसूचक गाली देते हुए मारपीट की. इससे उसके शरीर के कई हिस्सों में चोट लगी है.
पूर्व विधायक ने ली सुधि
इधर घटना को लेकर चक्रधरपुर के पूर्व विधायक शशिभूषण सामड ने सोमवार को अनुमंडल अस्पताल पहुंचकर वृद्ध नंदूराम सामड से जानकारी ली. साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा इस तरह का कार्य किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. पुलिस के समक्ष कोई व्यक्ति अपनी शिकायत लेकर जाता है तो उसके साथ मारपीट की जा रही है. मामले की गंभीरतापूर्वक जांच होनी चाहिए.
एसपी से मिलकर कार्रवाई की मांग
ग्रामीण मुंडा के साथ पुलिस द्वारा किए गए बर्ताव से क्षेत्र के मानकी मुंडा आक्रोशित हैं और एकजुट हो गए हैं. जनजातीय समुदाय के नेता भी पुलिस की इस कार्रवाई से आक्रामक हैं. पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपते हुए पूरे मामले की न्यायिक जांच करने और थाना प्रभारी एवं मुंशी को बर्खास्त करने की मांग की है.
थानेदार ने क्या कहा
टोकलो थाना प्रभारी परमेश्वर उरांव ने कहा कि उनपर व थाना के अन्य अधिकारी पर लगाया गया आरोप बेबुनियाद है. यह दो पक्षों के बीच का मामला है. इस मामले में पुलिस जब कार्रवाई कर रही है तो उनपर बेबुनियाद आरोप लगाये जा रहे हैं. बहरहाल इस मामले को लेकर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अजय शाह के द्वारा X पर ट्विट किये जाने के बाद जिला पुलिस के वरीय पदाधिकारियों ने संज्ञान ले लिया है और जांच कर दोषी पुलिस पदाधिकारियों पर कार्रवाई की बात कही है.