जमशेदपुर : भाजपा सांसद डॉ. निशिकांत दुबे द्वारा LGBTQIA+ समुदाय, धारा 377 और ट्रांसजेंडरों को लेकर दिए गए आपत्तिजनक बयान के खिलाफ मंगलवार को जोरदार विरोध दर्ज किया गया. जिले में LGBTQIA+ समुदाय के सदस्यों, नारीवादी संगठनों, महिला अधिकार कार्यकर्ताओं और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों ने उपायुक्त कार्यालय के समक्ष शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया. हाथों में LGBTQIA+ ध्वज, भारतीय संविधान की प्रतियां और विरोध संदेशों वाले पोस्टर लेकर गरिमा के साथ आक्रोश जताया.
ज्ञापन सौंपकर सांसद के बयान की निंदा और कार्रवाई की मांग
प्रदर्शन के अंत में सामाजिक कार्यकर्ता सौविक साहा और अन्य प्रतिभागियों ने उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें सांसद के बयान की संवैधानिक रूप से निंदा करने, समुदाय के प्रति फैलाए जा रहे नफरत को रोकने और प्रशासन से LGBTQIA+ समुदाय की सुरक्षा, सम्मान और अधिकारों की रक्षा हेतु ठोस नीतिगत कदम उठाने की मांग की गई. ज्ञापन में जिला और राज्य प्रशासन से जेंडर-संवेदनशील प्रशिक्षण कार्यक्रम लागू करने की भी अपील की गई.
प्रदर्शन में ट्रांसजेंडर पूर्णिमा किन्नर ने कहा, हमारा जीवन किसी की राजनीति का मोहरा नहीं है. हमने आज अपना दर्द भी सौंपा और अपनी शक्ति भी दिखाई. वहीं युवा ट्रांसजेंडर ऋषिका ने कहा, हमने सिर्फ विरोध नहीं किया, बल्कि अपने अधिकारों पर दावा किया है. प्रदर्शनकारियों ने यह स्पष्ट किया कि यह सिर्फ विरोध नहीं, बल्कि संविधान, आत्म-सम्मान और समानता के पक्ष में एक सशक्त, शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक हस्तक्षेप है.