जमशेदपुर,: इस स्वतंत्रता दिवस पर, टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन (टीएसएएफ) के पर्वतारोहियों की एक टीम ने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के उपलक्ष्य में 6270 मीटर की ऊंचाई पर कांग यात्से 2 पर भारत का राष्ट्रीय ध्वज फहराया।
प्रतिभागियों ने लेह-लद्दाख क्षेत्र में ट्विन पीक अभियान के हिस्से के रूप में मार्खा घाटी में ज़ो जोंगो (6240 मीटर) चोटी पर भी चढ़ाई की। टीम के सदस्यों और प्रशिक्षकों सहित कुल 26 सदस्यों ने ज़ो जोंगो शिखर पर विजय प्राप्त किया जबकि 15 सदस्यों ने दोनों चोटियों की चढ़ाई में सफलता प्राप्त की।
क्रैम्पन पहने, बर्फ और स्नो से गुजरते हुए, टीम ने शीर्ष पर पहुंचने के लिए अदम्य साहस दिखाया। हालांकि जो जोंगो के शिखर पर चढ़ाई से पहले मौसम बहुत साफ था, लेकिन दूसरी चोटी यानी कांग यात्से 2 की चढ़ाई से पहले यह खराब हो गया था। भारी बर्फबारी टीम के उत्साह में कोई कमी नहीं ला सकी। उन्होंने विजयी होने के लिए सभी बाधाओं का मुकाबला किया।
टाटा स्टील फाउंडेशन की ग्रामीण विकास पहल के चार ग्रामीण युवा भी अपने कोऑर्डिनेटर मेघलाल महतो के साथ इस अभियान का हिस्सा थे। इन युवाओं का चयन टीएसएएफ के आउटबाउंड लीडरशिप कोर्स में उनके प्रदर्शन के आधार पर किया गया था, जो तुमुंग, डिमना, उत्तरकाशी आदि विभिन्न शिविरों में हो रहे थे। दो ग्रामीण युवाओं ने जो जोंगो और कांग यात्से की दोनों चोटियों पर चढ़ाई पूरी की।
इस अभियान का नेतृत्व अस्मिता दोरजी ने किया था, जो बिना सप्लीमेंट्री ऑक्सीजन के माउंट एवरेस्ट पर 8749 मीटर की ऊंचाई तक पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला थीं। अभियान के गाइड स्कालज़ैंग रिगज़िन थे, जो एक प्रसिद्ध पर्वतारोही हैं, जो सप्लीमेंट ऑक्सीजन के साथ दो आठ हजार की ऊंचाई वाले पर्वत शिखरों के विजेता रहे हैं। पर्वतारोहण के जुनून के साथ टाटा स्टील लिमिटेड के कर्मचारियों ने स्वेच्छा से टीम में शामिल होने और उम्मीदवारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी ली। गोविन्द सिंह, पायो मुर्मू, रणदेव सिंह, तवेश उपाध्याय, दीपक कुमार, हीना कुमारी, निर्मल पांडे अभियान की सहायता टीम के प्रमुख हिस्सा थे।
समुद्र तल से 6000 मीटर से अधिक की ऊंचाई पर, ऊंचाई से संबंधित कई मुद्दे सामने आते हैं। टीम ने अच्छी तरह से अनुकूलित किया कि किसी भी उम्मीदवार को इनमें से किसी भी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ा।
उत्तम सिंह, वाइस प्रेसिडेंट, आयरन मेकिंग, टाटा स्टील ने भी जो जोंगो (6240 मी) की चढ़ाई को सफलतापूर्वक पूरा किया। इससे भी ऊँचे पहाड़ों पर अभियान की तैयारी करते हुए, वह इस उपलब्धि को हासिल करके बेहद खुश थे। टीएसएएफ के मार्गदर्शन में, पिछले कुछ महीनों से सप्ताह में दो बार दलमा पहाड़ियों पर चढ़ना और नियमित योग का अभ्यास करने से उन्हें अभियान को सफलता पूर्वक पूरा करने में मदद मिली।
टीएसएएफ समुदाय और कर्मचारियों में साहसिक भावना को बढ़ावा देने में सबसे आगे रहा है और यह भविष्य में कई उच्च ऊंचाई वाले अभियानों का आयोजन करने के लिए तत्पर है।
ज़ो जोंगो समिटर्स
अनंत राणा
विपिन कुमार सूर्यवंशी
अमरेश महापात्र
सौम्या रंजन पांडा
हीना कुमारी
दीपेंद्र व्यास
चिराग पुष्प राणा
आशाना सुयाल
त्वेश उपाध्याय
उत्तम सिंह
निर्मल पांडेय
उषा हेगड़े
राजेश बोराना
अनमोल सक्सेना
दीपक कुमार साह
प्रभंजन कुमार
संदीप कुमार तंवर
युसूफ अली खान
नीता टुडु
दीपाली
तरुण महतो
मेघलाल महतो
मेनका कुमारी
गोविंद सिंह
निवेदिता कर
रणदेव रावत
ज़ो जोंगो और कांग यात्से 2 शिखर समिट करनेवाले
अनंत राणा
विपिन कुमार सूर्यवंशी
अमरेश महापात्र
सौम्या रंजन पांडा
चिराग पुष्प राणा
आशाना सुयाल
त्वेष उपाध्याय
अनमोल सक्सेना
प्रभंजन कुमार
संदीप कुमार तंवर
तरुण महंतो
मेघलाल महतो
मेनका कुमारी
गोविंद सिंह
निवेदिता कर