Home » Tunnel collapse incident in Uttarakhand : चक्रधरपुर का मजदूर महादेव भी फंसा सुरंग में, घरवालों ने कहा-राहत बचाव का कार्य जारी, गांववाले कर रहें मजदूर के सकुशल बाहर निकलने की प्रार्थना
Tunnel collapse incident in Uttarakhand : चक्रधरपुर का मजदूर महादेव भी फंसा सुरंग में, घरवालों ने कहा-राहत बचाव का कार्य जारी, गांववाले कर रहें मजदूर के सकुशल बाहर निकलने की प्रार्थना
Chakradharpur : उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीण सुरंग धंसने की घटना में झारखंड के चक्रधरपुर का एक मजदूर भी फंसा हुआ है. चक्रधरपुर के फंसे हुए इस मजदूर का नाम महादेव नायक है, जिसकी उम्र 22 वर्ष है. महादेव नायक चक्रधरपुर के चेलाबेड़ा गांव का रहने वाला है. जब से उत्तराखंड में निर्माणाधीन सुरंग धंसने की खबर आई है इस गांव में लोग महादेव नायक के सकुशल बाहर निकलने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. (नीचे भी पढ़ें)
मालूम हो कि रविवार की सुबह पांच बजे उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीण सुरंग धंस गया था. इस घटना में 40 मजदूर सुरंग के अंदर फंस गए हैं. उसके बाद सुरंग के अन्दर फंसे मजदूरों को बचाने के लिए मल्टी-एजेंसी ऑपरेशन चलाया जा रहा है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी-यमनोत्री मार्ग पर स्थित सिलक्यारा सुरंग में हुए इस घटना को लेकर चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन पर नजर बनाये हुए हैं. (नीचे भी पढ़ें)
जानकारी मिली है कि चक्रधरपुर के चेलाबेड़ा गांव से ही 4 लोग इस सुरंग निर्माण कार्य में लगे थे. महादेव नायक के सुरंग में धंसकर फंसने के 30 घंटे से ज्यादा वक्त तक हो गए. उसके अलावा वेंकट नायक, चंकी नायक समेत एक और मजदूर चक्रधरपुर के चेलाबेड़ा गांव से सुरंग निर्माण के लिए उत्तरकाशी गए हुए हैं. बाकि तीनों मजदुर सकुशल होने की सूचना है. रही बात सुरंग में फंसे महादेव नायक की तो उसे ऑक्सीजन और खाने की चीजें पाइप से पहुंचाई जा रही है.
यह कहा-महादेव के भाई ने
महादेव नायक के भाई भोलू नायक ने बताया कि निर्माण कार्य स्थल से उनकी बात महादेव नायक से करायी गयी है. इस दौरान उसने खुद के ठीक रहने की बात कही है. इधर गांव के मुंडा यदुनाथ नायक का कहना है कि रेस्क्यू ऑपरेशन में उन्हें महादेव नायक के सकुशल निकलने की उम्मीद है, अन्यथा चक्रधरपुर थाना में शिकायत कर पुलिस प्रशासन की मदद ली जाएगी. मालूम रहे कि सिल्क्यारा को उत्तराखंड के उत्तरकाशी में दंदलगांव से जोड़ने के लिए इस सुरंग निर्माण कार्य किया जा रहा है. इसे चार धाम सड़क परियोजना के तहत बनाया जा रहा है और इसका लक्ष्य उत्तरकाशी से यमुनोत्री धाम तक की यात्रा को 26 किलोमीटर कम करना है.