SARAIKELA : केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा सोमवार को खरसावां पहुंचे. यहां उन्होंने कई कार्यक्रमों में शिरकत की. इस दौरान खरसावां राजमहल में केन्द्रीय मंत्री के स्वागत को लेकर एक समारोह का आयोजन किया गया. इस समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत आज एक कुशल और सुरक्षित हाथों में है. केंद्रीय मंत्री ने स्थानीय लोगों से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प और सपने साकार करने का आह्वान किया. (नीचे भी पढ़ें)
भारत सरकार के जनजातीय कार्य एवं कृषि और किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने अपने संबोधन में कहा कि पिछले 10 वर्षों में हमने आत्मसम्मान के साथ जीने और खुद को गर्व के साथ भारतीय कहलाने का गौरव हासिल किया है. भगवान बिरसा की जन्मस्थली उलिहातु की माटी का तिलक लगाकर प्रधानमंत्री ने भारत को विकसित देश बनाने का संकल्प लेना यह साबित करता है कि हम किस भूमि की संतान हैं. उन्होंने कहा कि जब भी देश के राष्ट्रपति के कार्यकाल का इतिहास लिखा जायेगा तो डॉक्टर एपीजे कलाम का मरांगहातु दौरा और श्रीमती द्रौपदी मुर्मू का खूंटी की भूमि को नमन करने की बातें स्वर्ण अक्षरों में लिखी मिलेगी. (नीचे भी पढ़ें)
श्री मुंडा ने कहा कि पहले लोग इस बात की रोना रोते थे कि केंद्र से भेजी गई राशि का मात्र 15% आम जनता तक पहुंचती है, परंतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने 11 करोड़ किसानों के खाते में सीधे किसान सम्मान निधि की राशि स्थानांतरित कर यह साबित कर दिया कि दृढ़ इच्छा शक्ति और कुशल प्रशासन में सब कुछ संभव है. श्री मुंडा ने कहा कि पहले समस्याएं पैदा की जाती थी और समाधान के नाम पर रेवड़ी बांटी जाती थी. बीमार इंसान के लिए समय पर ही दवा की जरूरत है. मौत के बाद उसकी कोई उपयोगिता नहीं. पहले किसी को कर्ज में डूबना और बाद में कर्ज की माफी का ढोंग रचने से कोई लाभ नहीं होता. श्री मुंडा ने दावा किया कि उनकी सरकार ने अन्नदाताओं की समस्याओं का गहरा अध्ययन कर इस तरह की व्यवस्था बनाई कि उन्हें समस्या का सामना ही नहीं करनी पड़े. उन्होंने कहा कि कृषि मंत्रालय संभालने के पश्चात ही उन्होंने देश के सभी किसानों को सीधी बात के लिए आमंत्रित कर समस्याओं के समाधान की सीधी पहल की.
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