जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल में आज अल्ट्रासाउंड कराने के लिए रुपये की मांग किए जाने पर पोटका के रहने वाले लोगों ने भारी हंगामा किया. इस बीच सबकुछ अस्त-व्यस्त हो गया था. हंगामे के दौरान लोगों ने भी भुक्तभोगी का ही सहयोग किया और कहा कि यहां पर बिना पैसे दिए कोई काम होता ही नहीं है. एमजीएम अस्पताल सिर्फ नाम के लिए ही सरकारी अस्पताल रह गया है. इसके अधिकांश विभागों को निजी हाथों में देकर गरीबों को ईलाज के अभाव में मरने के लिए छोड़ दिया जाता है.
परिजनों के पास अल्ट्रासाउंड के लिए रुपये नहीं
भुक्तभोगी पोटका के लोगों ने बताया कि तीन दिनों पूर्व ही एक रोगी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. यहां पर उसका ठीक से ईलाज नहीं किया जा रहा है. शिकायत करने पर भी सरकारी डॉक्टर नहीं सुन रहे हैं. वे लोग पिछले तीन दिनों से अल्ट्रासाउंड के लिए एमजीएम अस्पताल का चक्कर काट रहे हैं. इसी क्रम में आज उनसे रुपये की मांग की गई. अब तो उनके पास अल्ट्रासाउंड कराने के लिए पैसा भी नहीं है.