चाईबासा : चक्रधरपुर शहर के कुसुमकुंज मोड़ के समीप स्थित उत्कल मणि विद्या मंदिर ओड़िया उच्च विद्यालय परिसर में उत्कल सम्मेलनी की ओर से उत्कल दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ओड़िया भाषा विकास परिषद झारखंड के अध्यक्ष डॉ. नागेश्वर प्रधान ने कहा कि ओड़िया भाषा की उत्थान के लिए हमें संगठित होकर हर गांव से संघर्ष करना होगा। ओड़िया समाज के अभिभावकों की ओर से मांग है कि झारखंड में एक हजार ओड़िया शिक्षकों की बहाली हो। हर ओरिया गांव में बच्चा अपना मातृभाषा में पढ़ लिख कर आगे बढ़े। ओड़िया सम्मेलनी पश्चिम सिंहभूम जिला अध्यक्ष सरोज कुमार प्रधान ने कहा कि बिहार और झारखंड में शुरू से ओड़िया भाषा भाषी विद्यालय को बंद करने की नीति चली आ रही है जो गलत है। कार्यक्रम से पहले स्कूल परिसर में स्थित उत्कल गौरव मधुसूदन दास, पंडित गोपाबंधु दास व पंडित गोदावरीश मिश्रा के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। इस दौरान ओड़िया जातीय संगीत वंदे उत्कल जननी सभी मिलकर प्रस्तुत किया गया। जिसके बाद समाज के बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर उपस्थित दर्शकों का मनमोह लिया।
मौके पर ये थे मौजूद
कार्यक्रम में ओड़िया एसोसिएशन दक्षिण पूर्व रेलवे के सचिव पीके दास, उत्कल सम्मेलनी के जिला उपाध्यक्ष अंबिका चरण दीक्षित, समाजसेवी सत्यप्रकाश कर, दिलीप प्रधान, दिनेश कुमार जेना, सदानंद होता समेत काफी संख्या में उड़िया समाज के महिला-पुरुष मौजूद थे।