जमशेदपुर। गुरु नानक उच्च विद्यालय साकची में खालसा पंथ के संस्थापक गुरु गोविंद सिंह जी के चारों बेटों की शहादत को समर्पित वीर बाल दिवस का आयोजन हुआ और प्रधानमंत्री से आग्रह किया गया कि वे इसका नामकरण वीर साहिबजादा दिवस कर दें।
विद्यार्थियों ने वीर रस की कविता, गीत एवं भाषणों के द्वारा शहादत पर प्रकाश डाला। इसके साथ ही विद्यार्थियों को यह संदेश दिया गया कि वे निज धर्म, संस्कृति, परंपरा, विरासत , इतिहास का सम्मान करें और उस पर गर्व करें परंतु अभिमान नहीं करें। वे स्वाभिमानी बनें और दूसरे धर्म पंथ विचारधारा का आदर करें इसी में राष्ट्र की उन्नति कल्याण अखंडता एकता निर्भर है। बच्चों ने बाबा अजीत सिंह बाबा जुझार सिंह के चमकौर युद्ध की शहादत एवं सरहिंद में बाबा जोरावर सिंह एवं बाबा फतेह सिंह के जीवित दीवार में चुने जाने तथा माता गुजरी जी के बलिदान पर श्रद्धासुमन भी अर्पित किया।
इसमें गुरुद्वारा कमेटी के महासचिव परमजीत सिंह काले, विद्यालय सचिव सुखवेंदर सिंह, सदस्य कृतजीत सिंह रॉकी, हेडमास्टर कुलबिंदर सिंह, प्रभजोत कौर, रणवीर मुखी, प्रवीण कुमार एवम अन्य ने विचार रखे। इससे पहले प्रधान सरदार निशान सिंह ने तस्वीर पर माल्यार्पण किया और सरदार मनमोहन सिंह एवं आराधना कुमारी ने अरदास एवं मूल मंत्र पढ़ा। इसमें उपस्थित मिडिल स्कूल के सचिव अजायब सिंह बरियार, कोषाध्यक्ष जसवीर सिंह गांधी, उपाध्यक्ष जोगिंदर सिंह जोगी, सदस्य जसपाल सिंह जस्से, गुरपाल सिंह, नानक सिंह एवम शिक्षिकाओं ने भी श्रद्धा सुमन अर्पित किए।