पूर्वी सिंहभूम :नेशनल हाईवे 220 की खराब स्थिति को देखते हुए विधायक संजीव सरदार की पहल पर स्टोन चिप्स डालकर सड़क का समतलीकरण का कार्य होना था. जैसे ही जेसीबी समतलीकरण करने के लिए पहुंचा वैसे ही नेशनल हाईवे डिपार्टमेंट के जूनियर इंजीनियर चंद्रभूषण पासवान ने रोक लगा दी. इसके बाद स्थानीय ग्रामीणों में काफी उबाल देखने को मिला. जूनियर इंजीनियर को समतलीकरण के रोक लगाने पर ग्रामीणों का कहना था की स्थिति भयावह हो गई है. इसके बाद भी डिपार्टमेंट किसी तरह की पहला नहीं कर रही है.
हिमांशु सरदार ने कहा कि विधायक की पहल पर स्लैग डालकर इसे समतलीकरण किया जा रहा था, मगर नेशनल हाईवे के जूनियर इंजीनियर द्वारा कार्य को रोक लगाने के कारण ग्रामीण उग्र हो गए और कड़ा विरोध किया. इसके कारण चार घंटे बाद समतलीकरण का कार्य शुरू हुआ. बच्चों का स्कूल जाना काफी मुश्किल हो रहा है. आए दिन दुर्घटनाएं घटित हो रही है.
सड़क बदतर
देव पालीत ने कहा कि एनच 220 का ओडिशा से झारखंड का संपर्क पूरी तरह से टूट चुका है. सड़क इतनी बदतर है कि लोगों का आना-जाना मुश्किल हो रहा है. सभी वाहन बंद हो चुके हैं. विधायक के पहल पर सड़क मरम्मत की जा रही थी.
जल्द निकलेगा टेंडर
जूनियर इंजीनियर चंद्रभूषण पासवान ने कहा कि सड़क पर स्लैग डाले जाने से प्रदूषण के साथ-साथ सड़क के गीला होने का संभावना रहती है. इसको लेकर नेशनल हाईवे डिपार्टमेंट के कार्यपालक अभियंता एवं विधायक संजीव सरदार के बीच सड़क पर स्टोन डालने पर बात हुई थी. इससे सड़क मजबूत और टिकाऊ होती है. स्लैग डालने से सड़क उखड़ने पर अतिरिक्त खर्च हो सकती है. सड़क की लाइनिंग करनी थी. बहुत जल्द टेंडर होने वाला है और इस सड़क का निर्माण होगा.