सरायकेला : पदमपुर स्थित आधुनिक पावर एंड नेचुरल रिसोर्स कंपनी गेट के समक्ष गुरुवार को कांड्रा क्षेत्र अंतर्गत पांच गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों ने प्रबंधन के वादा खिलाफी को लेकर धरना-प्रदर्शन किया. कांड्रा क्षेत्र अंतर्गत पदमपुर, श्रीरामपुर, हरिहरपुर, पिंडराबेड़ा, बिकनीपुर गांव के ग्रामीणों ने धरना-प्रदर्शन किया.
शिक्षा और स्वास्थ्य की व्यवस्था नहीं
ग्रामीणों का कहना है कि आधुनिक पावर प्लांट लगे 15 वर्ष बीत गए हैं. प्रबंधन की ओर से आज तक उन्हें मुआवजा और नौकरी देने के सहमति पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है. झारखंड आंदोलनकारी सह जमीनदाता प्रधान माझी ने बताया कि कंपनी स्थापना से पूर्व जमीनदारों से एक स्थाई नौकरी देने की बात कही गई थी. इसके अलावा सभी गांव में शिक्षा, स्वास्थ्य, साफ-सफाई आदि व्यवस्था स्थापित करने पर भी सहमति बनी थी. 15 सालों में कंपनी प्रबंधन इन सभी वादों से प्रबंधन मुकर गई है. अगर प्रबंधन हमारी मांगों को नहीं मानती है तो अनिश्चितकालीन गेट जामकर ग्रामीण आत्मदाह भी करेंगे.
137 ग्रामीणों को स्थाई एवं 400 लोग कर रहे अस्थाई नौकरी
ग्रामीणों की मांग को लेकर कंपनी के एचआर हेड अनिल सोनी ने बताया कि कंपनी में पहले ही 137 ग्रामीणों को स्थाई एवं 400 ग्रामीणों को अस्थाई नौकरी प्रदान की गई है. आधुनिक पावर पदमपुर समिति प्रबंधन के साथ रजिस्टर्ड है. इस माध्यम से इन्हें अपनी बातों को प्रबंधन तक पहुंचना चाहिए. हालांकि ग्रामीणों ने बताया कि कमेटी समिति 15 वर्षों पुरानी है. अब अस्तित्व में नहीं है.