आदित्यपुर : नगर निगम के मीरूडीह में प्रस्तावित कचरा डंपिंग यार्ड के विरोध में ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन किया. विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे रविंद्र बास्के ने बताया आदित्यपुर नगर निगम की ओर से मीरूडीह में प्रस्तावित कचरा डंपर यार्ड का निर्णय लेने से ग्रामीणों को विरोध करने के लिए मजबूर किया जा रहा है.
पूर्व में किया गया था 107 का मुकदमा
इसके पूर्व भी विरोध किया गया था. यहां पर कचरा डंपिंग यार्ड बनाने को लेकर प्रस्तावित है. जब विरोध किया गया तो ग्रामीणों पर धारा 107 के तहत केस कर दिया गया. जबरन यहां पर कचरा डंपिंग यार्ड थोपा जा रहा है. यह क्षेत्र आदिवासियों और मूलवासियों की है. बिना ग्राम सभा के काम को शुरू करवा दिया गया. जब ग्रामीणों ने विरोध किया तो काम करने वाले मौके से भाग गए. करोड़ों रुपये लगाकर गाजिया बराज प्रोजेक्ट बनाएगी. यहां से जल संग्रहित करके सीतारामपुर डैम में भेजा जाता है और यहां से फिल्टर कर पीने योग्य पानी आदित्यपुर व अन्य क्षेत्रों में सप्लाई की जाती है.
सीएनटी के नियम अनुसार यह क्षेत्र है चारागाह
आदित्यपुर नगर निगम को ऐसा लगता है कि यह क्षेत्र अवैध है. लेकिन यह एक रेवेन्यू गांव है. सीएनटी के नियम अनुसार इस क्षेत्र को चारागाह बताया गया है. यहां ग्रामीणों के मवेशी चरते हैं लेकिन बिना किसी सूचना के यह योजना लाई जा रही है. अगर कचरा डंपिंग यार्ड बनता है तो स्कूल में पढ़ने वाले छोटे-छोटे बच्चों से लेकर पेयजल के लिए फिल्टर होने वाला जल दूषित होगा. उपर से यहां जमशेदपुर क्षेत्र के कचरे की डंपिंग होगी. यहां के लोगों के साथ जानवरों से भी बदतर व्यवहार किया जा रहा है, प्रदर्शन कर रहे हैं ग्रामीण मुंशी हांसदा ने चेतावनी देते हुए कहा कि दोबारा अगर डंपिंग यार्ड बनाने के लिए जेसीबी आई तो वह उसे जला देंगे. प्रदर्शन के दौरान आदित्यपुर नगर निगम होश में आओ के नारे भी लगाते देखे गए.