Chaibasa : कुड़मी समाज को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने और कुड़मी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर कुड़मी समाज के द्वारा कई जगहों पर 20 सितम्बर से अनिश्चितकालीन रेल चक्का और सड़क जाम किया जायेगा. इसको लेकर कुड़मी समाज के द्वारा जगह जगह बैठक की जा रही है. पश्चिम सिंहभूम के मनोहरपुर और चक्रधरपुर में भी कुड़मी समाज के लोगों ने इस आन्दोलन की धार को और तेज करने के लिए बैठक की और आन्दोलन सफल बनाने का संकल्प लिया.
चक्रधरपुर में हुई बैठक
इस क्रम में चक्रधरपुर के शहीद निर्मल महतो कुड़मी भवन राखा में समाज के लोगों ने बैठक की. बैठक में कुड़मी समाज के आगामी 20 सितंबर के पूर्व घोषित कार्यक्रम रेल टेका-डहर छेंका कार्यक्रम को सफल बनाने पर सभी कुड़मी संगठनों ने समर्थन दिया. साथ ही, कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी गांवों में जाकर लोगों को जागरूक करने का निर्णय लिया. ताकि आंदोलन का स्वरूप वृहद रुप धारण कर सके और आन्दोलन सफल हो. कुड़मी समाज की पूरी कोशिश है कि इस बार का आन्दोलन समाज की निर्णायक लड़ाई हो और उनको उनका हक और अधिकार मिल सके.
मनोहरपुर में भी आंदोलन की रणनीति तैयार
अनिश्चितकालीन रेल चक्का जाम और सड़क जाम को लेकर मनोहरपुर के उंधन स्थित आदिवासी कुड़मी भवन सभागार में भी प्रदेश अध्यक्ष पद्मलोचन महतो की अध्यक्षता में समाज के लोगों की एक बैठक हुई. बैठक में मुख्य रूप से कुड़माली भाषा को आठवीं सूची में शामिल करने और कुड़मी समाज को आदिवासी में शामिल करने सम्बन्धी मांगों पर चर्चा की गयी.
यह लिया गया निर्णय
बैठक के दौरान सदस्यो ने सर्व सम्मति से निर्णय लिया की यदि 20 सितंबर से पहले से कुड़मी को आदिवासी में शामिल नहीं किया गया तो आगामी 20 सितंबर को राज्य के मनोहरपुर, नीमडीह, मुरी और गोमो स्टेशन में पुरे राज्य के कुड़मी समाज के लोग बड़ी संख्या में रेल चक्का जाम करेंगे.
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