Chaibasa : चक्रधरपुर रेल मंडल के रेलनगरी बंडामुंडा में एक बार फिर कोयला चोरी का मामला सामने आया है. घटना हावड़ा–मुंबई मुख्य रेल मार्ग के डाउन लाइन पर किलोमीटर संख्या 404/10 के पास की है. शनिवार की रात करीब नौ बजे कुछ चोर गिरोह के सदस्यों के द्वारा एक खड़ी मालगाड़ी से कोयला चुराया गया. चोर गिरोह के सदस्यों ने खड़ी हुई एक मालगाड़ी के एक डिब्बे का डोर खोल कर इस डिब्बे में मौजूद कोयले को रेल पटरी के किनारे गिरा दिया.
आरपीएफ ने घटना की जांच की
इसकी सूचना मिलने पर बंडामुंडा आरपीएफ पोस्ट के एक एएसआई घटनास्थल पर पहुंच कर घटना की जांच में जुट गई. जहां रात भर आरपीएफ जवानों का पहरा लगा रहा. उसके बाद रविवार की सुबह आरपीएफ के द्वारा रेलवे ट्रैक पर गिराई गई कोयला को उठाकर ट्रेक्टर के माध्यम से बंडामुंडा आरपीएफ पोस्ट को भेज दिया गया है.
कई बिंदुओं पर स्थिति संदेहास्पद
इस संबंध में राउरकेला रेलवे आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त एके सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने ऐसा कोई मामले की जानकारी उनके पास नहीं होने की बात कही है. उसके बाद मामला और भी संदेह जनक मोड़ पर आ पहुंचा है. क्योंकि मेन लाइन पर लोडिंग मालगाड़ी से कोयला उतारे जाने की इतनी बड़ी घटना को बंडामुंडा आरपीएफ अपने ही वरीय अधिकारियों से क्यों छुपा रही है.
उठ रहे कई सवाल
हैरत की बात तो यह भी है की बंडामुंडा आरपीएफ के कुछ अधिकारी रेलवे को सूचना दिए थे कि मालगाड़ी का डोर अचानक खुल जाने से डिब्बे में रखा कोयला नीचे गिर गया है. ऐसे में सवाल यह उठता है की अगर किसी डिब्बे का डोर खुल गई थी तो मालगाड़ी के चालक या गार्ड के द्वारा रेलवे कंट्रोल को कोई सूचना क्यों नहीं दी गई है. अगर मालगाड़ी का डोर खुल गई तो डिब्बे का कोयला सिर्फ एक ही जगह पर ढेर बनकर क्यों गिरा मिला. अगर डिब्बे का डोर खुला भी तो फिर किस रेल अधिकारी के मौजूदगी में डोर को पुनः लॉक किया गया.
इसे भी पढ़ें-Jamshedpur : बर्मामाइंस के कैरेज कॉलोनी दुर्गा पूजा पंडाल का भूमि पूजन संपन्न, बनेगा भव्य काल्पनिक पंडाल