Home » West Singhbhum : पीएलएफआई उग्रवादियों ने धारदार हथियार से काटकर दो लोगों को मौत के घाट उतारा, बालू के अवैध कारोबार में वर्चस्व की लड़ाई में हत्या की आशंका
West Singhbhum : पीएलएफआई उग्रवादियों ने धारदार हथियार से काटकर दो लोगों को मौत के घाट उतारा, बालू के अवैध कारोबार में वर्चस्व की लड़ाई में हत्या की आशंका
Chaibasa : झारखंड में विधानसभा चुनाव संपन्न होते ही नक्सलियों का तांडव शुरू हो गया है. पश्चिम सिंहभूम जिले के गुदड़ी थाना क्षेत्र में पीएलएफआई उग्रवादियों ने दो लोगों की धारदार हथियार से काटकर निर्मम हत्या कर दी है. मृतक की पहचान रवि पान और एक अन्य के रूप में की गई है. रवि पान गुदड़ी के गिरू का ही रहने वाला है. इस घटना से इलाके में दहशत का माहौल बन गया है.
जानकारी के मुताबिक रवि पान और उसका एक साथी रविवार शाम 4 बजे के करीब गुदड़ी के बिरकेल पंचायत अंतर्गत गिरू बालू घाट में अवैध रूप से ट्रैक्टर से बालू की ढुलाई कर रहा था. इसी दौरान 8 से 10 की संख्या में मौके पर हथियारबंद पीएलएफआई उग्रवादियों ने ट्रैक्टर को घेर लिया. इसके बाद दोनों को ट्रेक्टर से उताकर जमकर पिटाई की और उसके बाद दोनों की कुल्हाड़ी और अन्य धारदार हथियार से काटकर निर्मम हत्या कर दी. यही नहीं उग्रवादियों के द्वारा दो अन्य युवक का भी मौके से अपहरण भी कर लिया गया. (नीचे भी पढ़ें)
इस घटना की पुष्टि पश्चिम सिंहभूम के एसपी आशुतोष शेखर ने कर दी है. एसपी ने बताया है की दो युवकों की हत्या धारदार हथियार से काटकर किये जाने की उन्हें सुचना मिली है. हालांकि उन्होंने बताया की जिन दो युवकों को अपहरण कर पीएलएफआई उग्रवादी ले गए थे. उन्हें उग्रवादियों ने छोड़ दिया है. मामले की जांच और शवों को अपने कब्जे में लेने के लिए पुलिस की कार्रवाई सोमवार सुबह से शुरू कर दी गयी है. पीएलएफआई उग्रवादियों ने दोनों युवक की हत्या क्यों की है, यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है. लेकिन जानकारी मिल रही है कि लेवी वसूली या बालू के अवैध कारोबार में वर्चस्व की लड़ाई में इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है. बताया जाता है कि घटना को अंजाम देने के बाद पीएलएफआई उग्रवादियों ने धमकी दी है कि उनके इजाजत के बिना बालू घाट में बालू का कारोबार करने वालों के साथ यही अंजाम होगा.
बता दें कि पूरे झारखंड में बालू के खनन और परिवहन पर रोक लगी हुई है, लेकिन इस रोक के बावजूद बालू का अवैध कारोबार पश्चिम सिंहभूम के मनोहरपुर, गोईलकेरा, गुदड़ी, चक्रधरपुर आदि क्षेत्रों में धड़ल्ले से हो रहा है. थाना और पुलिस के सामने से रोजाना सैकड़ों भारी वाहन बालू की अवैध ढुलाई करते हुए निकल रहे हैं. बावजूद इसके इस पर किसी प्रकार का कोई रोक नहीं लग पा रहा है. अब बालू के अवैध कारोबार के वर्चस्व की लड़ाई और लेवी वसूलने को लेकर बालू के अवैध कारोबारियों को उग्रवादियों द्वारा टारगेट किया जा रहा है.
हालात इतने बिगड़ चुके हैं की उग्रवादी अब इसको लेकर हत्या जैसे सनसनीखेज वारदात को भी अंजाम दे रहे हैं और दहशत फैलाते हुए बालू के अवैध कारोबार में वर्चस्व कायम करने की कोशिश कर रहे हैं. ताकि इस कारोबार पर उनका वर्चस्व बना रहे. इधर पुलिस और खनन विभाग बालू के अवैध कारोबार और कारोबारियों पर नकेल कसने में पूरी तरह विफल नजर आ रही है. बालू का अवैध खनन और परिवहन जिले में इस तरह होता है जैसे सरकार और प्रशासन का बालू के अवैध कारोबार पर मौन समर्थन बना हुआ है. अब बालू के अविध कारोबार के कारण पश्चिम सिंहभूम की धरती रक्त रंजित भी होने लगी है. सरकार बनने से पहले हुई इस घटना ने एक बार फिर से झारखंड के लचर कानून व्यवस्था की कलई खोल कर रख दी है.