नयी दिल्ली : नये संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को ही करनेवाले हैं. इसके पहले ही इसको लेकर बयानबाजियों का दौर शुरू हो गया है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि क्या जरूरत थी नये संसद भवन की. पहले भी तो काम चल ही रहा था. वहां पर किसी तरह की परेशानी भी नहीं थी. नीतीश कुमार ने साफ कहा कि नया संसद भवन बनना ही नहीं चाहिये थे. पीएम मोदी की सरकार पुराने इतिहास को समाप्त कर अपना नया इतिहास बनाना चाहती है.
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पुराने भवन को ही अपडेट करना चाहिये था
नीतीश कुमार ने कहा कि नये संसद भवन की जरूरत ही नहीं थी. पुराने को ही अपडेट करने का काम करना चाहिये था. उद्घाटन समारोह के लिये बुलावा तो आया है, लेकिन वहां जाने का कोई मतलब ही नहीं बनता है.
कौन-कौन दल कर रहा है विरोध
नए संसद भवन का विरोध कुल 21 विपक्षी दलों की ओर से किया गया है. इसमें कांग्रेस, डीएमके, आप, शिवसेना, समाजवादी पार्टी, भाकपा, झामुमो केरल कांग्रेस, रालोद, टीएमसी, जदयू, एनसीपी, सीपीआइ, राजद, एआइयूडीएफ, एमडीएमके, नेशनल कांफ्रेंस, इंडियन यूनियन मुश्लिम लीग पार्टी शामिल है.
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