ईचागढ़ : सरायकेला-खरसावां जिला के ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र के लावा गांव के लोग इस प्रचंड गर्मी में गंभीर पेयजल संकट से जूझ रहें हैं. इसकी वजह गांव का जल मीनार वर्षों से खराब पड़ा है. इससे ग्रामीणों की समस्या में जबरदस्त बढ़ोत्तरी होती दिख रही है. यह गांव ईचागढ़ प्रखंड के प्रमुख गांवों में एक माना जाता है, जिसकी जनसंख्या करीब ढ़ाई हजार है. यूं तो इस गांव में कई बुनियादी सुविधाओं का अभाव है, लेकिन इस प्रचंड गर्मी में लोगों की सबसे बड़ी और गंभीर समस्या बनी हुई है पेयजल की समस्या. दरअसल, गांव में जो जल मीनार है वह वर्षों से खराब पड़ा है.
इसे भी पढ़ें : Ranchi : झारखंड एटीएस ने कुख्यात अमन श्रीवास्तव को मुंबई से दबोचा
शिकायत के बावजूद जनप्रतिनिधियों ने नहीं ली सूध
लोगों ने कई बार इस जलमीनार को दुरूस्त करने की मांग संबंधित विभाग से की है. फिर भी अब तक इस जलमीनार को ठीक नहीं किया गया है. इस वजह से प्रचंड गर्मी में गांव के लोग गंभीर पेयजल संकट से जूझने पर विवश हैं. वे किसी तरह भारी मशक्कत कर पानी का इंतजाम कर रहे हैं. वहीं, गांव के रहने वाले सागर चंद्र दास ने बताया कि यह जल मीनार 2019 से खराब पड़ा हुआ है. इसका मात्र दो- तीन महीने ही लाभ मिला है. कई बार जनप्रतिनिधियों को शिकायत किए जाने के बावजूद भी इसका कोई ठोस पहल अभी तक नहीं उठाया है. इससे ग्रामीणों में रोष का माहौल है.