जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल की छत शराब की बोतलों से पटा हुआ है, लेकिन इसकी सुधि लेनेवाला कोई नहीं है. आखिर अस्पताल में शराब का सेवन कौन करता है? यह एक बड़ा सवाल है, लेकिन इसका जवाब किसी के पास नहीं है. कहीं अस्पताल के अधिकारी ही तो शराब का सेवन करने के बाद शराब की बोतलों को छत पर तो नहीं फेकवा देते हैं.
अस्पताल की छत पर रखे पानी की टंकी में भी शराब की बोतलों को मंगलवार को देखा गया. इसमें अलग-अलग ब्रांड की खाली बोतलों को देखा गया. आखिर शराब का सेवन रोगी करते हैं या अस्पताल के अधिकारी यह पूरी तरह से जांच का विषय बना हुआ है.
58 पानी टंकी में 41 का ढक्कन नहीं
एमजीएम अस्पताल की छत पर 58 की संख्या में पानी टंकी की सुविधा दी गयी है, लेकिन 41 में ढक्कन ही नहीं है. इन खुले पानी टंकी में झांकने पर ही शराब की बोतलों को देखा गया. पानी टंकी में शराब की बोतलों के साथ-साथ पानी की खाली बोतल, टूटी हुई प्लास्टिक की बाल्टी व अन्य सामान को देखा गया.
आखिर क्या निरीक्षण करते हैं विभागीय अधिकारी
नियमतः विभागीय अधिकारियों को अस्पताल के चप्पे-चप्पे का समय-समय पर निरीक्षण करना पड़ता है, लेकिन जिस तरह के हालात एमजीएम अस्पताल में बने हुये हैं उससे तो नहीं लगता है कि अस्पताल के अधिकारी कभी निरीक्षण में भी निकलते हैं. अगर वे निरीक्षण में निकलते तब उनका ध्यान पानी टंकी के खुले ढक्कन और शराब की बोतलों पर भी जा सकती थी.