नयी दिल्ली : साक्षी मर्डर केस में जहां एक तरफ झबरू ने साहिल को धमकाया था, वहीं साक्षी ने भी साहिल को फोन कर तंज कसा था कि ज्यादा बदमाश है तू अब कहां गयी तेरी बदमाशगिरी से वह आग बबूला हो गया था. उसपर खून सवार हो गया था. तब ही उसने ठान लिया था कि अब साक्षी को सबक सिखाना ही है. इसके बाद उसने बाजार से चाकू खरीदी और साक्षी को सदा के लिये रास्ते से हटा दिया.
साहिल ने जिस अंदाज में साक्षी की हत्या की थी उससे यह साफ झलक रहा था कि उसे किसी का भी डर भय नहीं था. सिर्फ एक चाकू लेकर निकला और बेरहमी से लोगों के बीच में ही हत्या की घटना को अंजाम दे दिया. करीब दो मिनट तक उसकी बदमाशगिरी देखने को मिली. इस बीच साक्षी को कोई बचाने तक नहीं आया और न ही किसी ने साहिल को रोकने की ही कोशिश की थी.
शुरू से ही सनकी है साहिल
साहिल के बारे में परिवार के लोगों ने पुलिस को बताया है कि वह शुरू से ही सनकी है. वह जो ठान लेता है करके ही दम लेता है. हालाकि परिवार के लोगों ने कहा कि उसे साक्षी की जानकारी नहीं है, लेकिन वह शुरू से ही सनकी मिजाज का है.
बड़ी बेरहमी से की थी हत्या
साहिल ने 27 मई को साक्षी की हत्या बड़ी बेरहमी से की थी. जन्मदिन की एक पार्टी में जाने के लिये वह अपनी सहेली नीतू के घर से अकेली ही निकली थी. अभी वह 200 मीटर आगे भी नहीं बढ़ी थी कि उसे रास्ते में साहिल ने घेर लिया था. पहले तो उसने लात-घूसे से साक्षी के साथ मारपीट की. उसके बाद उसपर चाकू से ताबड़तोड़ हमला किया. 40 से भी ज्यादा बार उसने चाकू से वार किया था. थक जाने पर उसने पत्थर से छह बार सिर पर हमला किया. थोड़ी देर के बाद वह यह देखने आया था कि कहीं साक्षी जीवित तो नहीं है. इसके बाद फिर एक बार पत्थर उठाकर उसके सिर पर पटककर चला गया.
सलाखों के पीछे गया साहिल
साक्षी की हत्या के बाद पुलिस ने साहिल को रिमांड पर लिया था, लेकिन रिमांड अवधि पूरी होने के बाद उसे सलाखों के पीछे भेज दिया गया है. जेल में उसकी पल-पल की गतिविधियों की जानकारी जेल प्रशासन रख रहा है. उसे सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रखा गया है.