JHARKHAND POLITICS :झामुमो की टिकट पर जामा विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक रह चुकीं सीता सोरेन के भाजपा में शामिल होने के साथ ही भाजपा को झारखंड की राजनीति में रणनीतिक बढ़त मिल गई है. आदिवासी वोट में सेंध लगाने के लिए तेज औजार मिल गया है. ऐसे औजारों को भाजपा और तेज करने में लगी हुई है.
जामा विधानसभा सीट से झामुमो की टिकट पर तीन बार विधायक रह चुकीं सीता सोरेन को भाजपा की ओर से झारखंड के लिए स्टार प्रचारक की भूमिका दी जा सकती है. सीता के बहाने भाजपा की ओर से सिर्फ शिबू सोरेन के परिवार में सेंध लगाने की कवायद ही नहीं की जा रही है बल्कि आदिवासी वोट में भी सेंध लगाने का ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया गया है.
राजमहल या दुमका से मिल सकती है टिकट
सीता सोरेन के भाजपा में शामिल होने के बाद लग रहा है कि उन्हें भाजपा की ओर से दुमका या राजमहल से टिकट दिया जा सकता है. हालाकि दोनों सीटों पर भाजपा पहले से ही प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है, लेकिन अंतिम समय में परिवर्तन होना भी लाजमी है.
हेमंत सोरेन की राजनीति विरासत संभाल पाएंगी कल्पना
हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद कल्पना सोरेन उनकी राजनीतिक विरासत को संभालने की भरसक कोशिश कर रही हैं. कुल मिलाकर उन्होंने पूरी तरह से झामुमो की ओर से मोर्चा संभाल लिया है. इस मोर्चा में दरार लगाने के लिए सीता सोरेन भी आड़े आ सकती है.
14 लोकसभा में झामुमो के पास है सिर्फ राजमहल
वर्ष 2019 के चुनाव में झामुमो के हाथ सिर्फ राजमहल सीट ही आई थी. इसके अलावा कांग्रेस पार्टी की बात करें तो सिंहभूम सीट से गीता कोड़ा ने परचम लहराया था. गीता अब भाजपा में शामिल होकर सिंहभूम सीट से चुनाव लड़ रही है. बाकी 12 सीट भाजपा गठबंधन के पास था. इसमें गिरिडीह से आजसू की एक सीट थी.