ASHOK KUMAR
JHARKHAND NEWS : झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम की गिरफ्तारी के पहले से ही कांग्रेस बैकफुट पर थी. अब गिरफ्तारी के बाद तो इसके विरोध के स्वर भी नहीं फूट रहे हैं. कहीं से भी किसी तरह की आंदोलन करने तक की सूचना नहीं है. ऐसा लग रहा है मानो इंडिया गठबंधन को सांप सूंघ गया है. झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के समय तो खूब हो-हंगामा हुआ था, लेकिन मंत्री आलमगीर के पक्ष में कोई बोलने वाला ही नहीं है.
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राजमहल, गोड्डा और दुमका चुनाव पर पड़ सकता है प्रभाव
आलमगीर की गिरफ्तारी के बाद झारखंड के गोड्डा, राजमहल और दुमका लोकसभा चुनाव पर प्रभाव पड़ सकता है. आलमगीर संताल के लिए एक बड़ा अल्पसंख्यक चेहरा हैं. संताल के मतदाता इसे किस रूप में लेते हैं. इसका नफा-नुकसान आने वाले दिनों में ही पता चलेगा.
कांग्रेस के किसी भी बड़े कार्यक्रम में नहीं बुलाया
लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के राहुल गांधी कई बार झारखंड आए और चुनावी सभा को संबोधित किया, लेकिन आलमगीर को किसी भी कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया था. 5 मई से ही कांग्रेस बैकफुट पर आ गई थी. आलमगीर को भी इसका आभास हो चुका था.
