जमशेदपुर : सोनारी की रहने वाली ज्योति अग्रवाल की हत्या की कहानी दिलो-दिमाग को झकझोर देने वाली है. जिस तरह से घटना को अंजाम दिया गया है उससे इस बात का अंदाजा पहले पुलिस भी नहीं लगा पाई थी कि इसके पीछे पति रवि अग्रवाल का हाथ हो सकता है. पुलिसिया जांच के बाद जिस तरह के तथ्य सामने आए हैं उससे शहर के ही नहीं बल्कि झारखंड के लोग भी आश्चर्य कर रहे हैं.
मामले में जमशेदपुर पुलिस जुटी हुई थी इस कारण से मामले में सफलता हाथ लगने में समय नहीं लगी. हालाकि इसमें सरायकेला पुलिस की ओर से भी काम किया गया है. संयुक्त अभियान में ही पुलिस मामला का पटाक्षेप सोमवार को करने वाली है.
हॉयर शूटर और पति का जेल जाना तय
पूरे मामले में सिदगोड़ा बारीडीह का रहने वाला 3 शूटर और पति रवि अग्रवाल का जेल जाना सोमवार को तय माना जा रहा है.
16 लाख में दी थी सुपारी
पत्नी को रास्ते से हटाने के लिए शहर के ही 3 शूटरों से रवि अग्रवाल ने संपर्क किया था. इस बीच 16 लाख में सौदा पटा था. इसके पहले बिष्टूपुर में ज्योति उर्फ स्वीटी की हत्या की योजना बनाई गई थी. असफल होने पर 29 मार्च की रात 10 बजे चांडिल के कांदरबेड़ा में घटना को अंजाम दिया गया.
होटल में लेकर गया था खाना खिलाने
चांडिल के पंजाब होटल में रवि अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ खाना खिलाने के लिए 29 मार्च को लेकर गया था. इस बीच लौटते समय कांदरबेड़ा में शूटरों ने पत्नी ज्योति की गोली मारकर हत्या कर दी. गोली सिर पर सटा कर मागी गई थी. प्लान-वे में रवि ने उल्टी करने के बहाने कार रोकी थी और शूटर पहुंचे और घटना को अंजाम दिया.