जमशेदपुर/सरायकेला : सोनारी आस्था हाईटेक सिटी बेस्टन ब्लॉक की रहने वाली ज्योति अग्रवाल उर्फ स्वीटी की हत्या शूटरों को हॉयर कर कराई गई थी. मामले में पुलिस 4 लोगों को हिरासत मे लेकर पूछताछ कर रही है. पुलिस ने घटना में प्रयुक्त बाइक को भी बरामद कर लिया है. हाई प्रोफाइल मामले की परत धीरे-धीरे खुल रही है. जल्द ही पुलिस मामले का उद्भेदन कर देगी.
पूरे मामले की परत खोलने में जमशेदपुर के पुलिस कप्तान का भी कम योगदान नहीं है. घटना के बाद से ही एसएसपी किशोर कौशल पर सीतारामडेरा थानेदार पर कार्रवाई करने का दबाव बनाया गया था. दबाव में कार्रवाई के रूप में लाइन हाजिर भी कर दिया गया. अब पता चल रहा है कि इंसपेक्टर भूषण कुमार को लाइन हाजिर नहीं करना चाहिए था. लेकिन क्या करें मंत्री जी का दबाव था.
पहले से बनाई गई थी योजना
ज्योति अग्रवाल उर्फ स्वीटी को रास्ते से हटाने की योजना पहले से ही पति रवि अग्रवाल ने बनाई थी. योजना के आधार पर ही वे पत्नी और बेटी के साथ पंजाब होटल में खाना खाने के लिए गए हुए थे. सब कुछ प्लान-वे में हुआ था.
प्लान-वे में बनाया उल्टी का बहाना
खाना खाकर लौटते समय प्लान-वे में चांडिल के कांदरबेड़ा में रवि अग्रवाल ने उल्टी का बहाना बनाकर कार खड़ी की. इसके बाद बाइक सवार शूटर पहुंच गए और प्लान-वे में रवि अग्रवाल की बजाए ज्योति अग्रवाल को गोली मारी. गोली भी तो उसे ही मारनी थी. रास्ते से तो उसे ही हटाना था.
रात से ही चैंबर ऑफ कामर्स ने शुरू कर दिया था दबाव बनाना
रवि अग्रवाल अपनी प्लान के मुताबिक चैंबर ऑफ कामर्स को घटना की जानकारी देते हैं और मामले को दूसरे तरफ मोड़ने के लिए अपनी नई कहानी बताते हैं. इसके बाद सिंहभूम चैंबर ऑफ कामर्स उसी के आधार पर पुलिस पर दबाव बनाती है. फिरौती का मामला बनाकर सीतारामडेरा थानेदार को बलि का बकरा बनाया जाता है. जबकि मामला कुछ और था.
चैंबर ऑफ कामर्स भी आया बैकफुट पर
पूरे मामले में सिंहभूम चैंबर ऑफ कामर्स भी रविवार से पूरी तरह से बैकफुट पर आ गया है. उनके अधिकारियों को भी यह पता नहीं था कि जिनकी बातों में आकर वे आंदोलन की राह चल रहे हैं वे ही उन्हें गुमराह कर रहे हैं. अब तो उन्हें भी अफसोस हो रहा है कि उनसे यह क्या हो गया.
घरेलू विवाद को बना दिया बड़ा विवाद
ज्योति और रवि अग्रवाल के बीच घरेलू विवाद चल रहा था. इसकी जानकारी परिवार के सभी सदस्यों को थी. मायका पक्ष के लोग भी जानते थे. उनके बच्चों को भी विवाद की जानकारी थी. यह विवाद पत्नी की जान ले सकता है इसका भान किसी को नहीं था. सिंहभूम चैंबर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष भी कहानी सुनकर आश्चर्यचकित हैं.
कितने में दी गई थी सुपारी
आखिर ज्योति की सुपारी कितने में दी गई थी. इसका खुलासा तो पुलिस ही करेगी. अभी पुलिस को लग रहा है कि इस मामले में बहुत कुछ हाथ आ सकती है. पुलिस घटना में प्रयुक्त हथियार समेत अन्य औजारों को भी बरामद करने में लगी हुई है. मामला का उद्भेदन करने में जमशेदपुर और सरायकेला-खरसावां की पुलिस टीम काम कर रही है. मामले की हर गुत्थी से पुलिस रू-ब-रू हो रही है.
सरायकेला-खरसावां एसपी ने क्या कहा
मामला सरायकेला-खरसावां जिले का ही है. मामले में एसपी मनीष टोप्पो ने बताया कि घटना के बाद टीम बनाकर छापेमारी के दौरान 3-4 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. पुलिस टीम अभी मामले में काम कर रही है. घटना का खुलासा पुलिस जल्द ही कर देगी.